Harda Blast: नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने पूछा- हरदा में ब्लैकलिस्टेड कंपनी को किसके दबाव में खोला गया?

Harda Blast News in HIndi: कांग्रेस ने मांग की है कि पेटलावद विस्फोट कांड के बाद सरकार ने क्या कदम उठाए और हरदा में उन नियमों का कितना पालन हुआ। भाजपा सरकार के काल में अकाल मौतों का सिलसिला जारी है।

हरदा में पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट पर राजनीति भी गरमा गई है। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने कहा कि सरकार ने पेटलावद कांड के बाद भी सबक नहीं लिया। हरदा में जिस फैक्टरी में हादसा हुआ। वह ब्लैक लिस्टेड थी। सरकार को बताना चाहिए कि उसे किस मंत्री के दबाव में खोला गया? रहवासी क्षेत्र में फैक्टरी कैसे संचालित हो रही थी? पुलिस और प्रशासन को क्या इसकी जानकारी नहीं थी?

हरदा में मंगलवार सुबह एक अवैध पटाखा फैक्टरी में आग लग गई। इसके बाद एक के बाद एक कई धमाके हुए। कई लोगों के मारे जाने और घायल होने की सूचना है। सिंगार ने कहा कि सरकार हादसे की ईमानदारी से जांच करें तो सारे चेहरे बेनकाब हो जाएंगे। वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने पेटलावद कांड के बहाने सरकार को घेरा है।

गुप्ता ने कहा कि हरदा के बीच शहर में बनी पटाखा फैक्टरी के भीषण विस्फोट ने पेटलावद कांड को फिर से जिंदा कर दिया है। जिसमें आरोपित भाजपा नेता के कारण 50 से ज्यादा निर्दोष नागरिक मारे गये थे।

गुप्ता ने मांग की है कि पेटलावद विस्फोट कांड के बाद सरकार ने क्या कदम उठाए और हरदा में उन नियमों का कितना पालन हुआ। भाजपा सरकार के काल में अकाल मौतों का सिलसिला जारी है। शिवराज सरकार में धारा जी, पेटलावद ,बस अग्निकांड जैसी मानव निर्मित दुर्घटनाओं में सैकड़ों लोगों की जनहानि हुई है उसी तर्ज पर मोहन सरकार में भी भाजपा ने अपनी इस कलंक गाथा को आगे बढ़ा दिया है।

हरदा में हुए भीषण विस्फोट में फैक्टरी के अंदर मजदूरों की संख्या और उनकी मौत की जानकारी सार्वजनिक होनी चाहिए। सरकार को यह बताना चाहिए कि जो फैक्टरी ऐसी कई दुर्घटनाओं के बाद और निर्दोष मौतों के बाद सील की गई थी उस फैक्टरी को विधानसभा चुनाव के दौरान किस मंत्री के दबाव में वापस संचालन करने की अनुमति मिली।