इनोवेशन का पावरहाउस बनने की राह पर हैं हम: हितकारिणी महिला महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

जबलपुर। बौद्विक संपदा से मजबूत बनकर ही हम दुनिया में नवाचार का पावरहाउस बन सकते हैं। और इस दिशा में बौद्विक संपदा अधिकारों को संरक्षण दिए बिना हम विश्व के डिजाइन हब नहीं बन सकते। बौद्विक संपदा हमारे देश की प्रगति की आधारशिला है। इनके माध्यम से युवाओं की प्रतिभा में ज्यादा निखार आता है। उक्त बांतें बौद्विक संपदा अधिकार विषय पर हितकारिणी सभा, हितकारिणी महिला महाविद्यालय और महाकोशल शहीद स्मारक ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में सेठ गोविंददास प्रेक्षागृह, गोलबाजार में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर अतिथियों ने कहीं। इससे पूर्व शहीद दिवस के मौके पर महात्मा गांधी की फोटो पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि दी गयी।

मुख्य वक्ता बायो डिजाइन इनफाॅर्मेशन सेंटर और एएससी रादुविवि के डायरेक्टर डाॅ एसएस संधु ने कहा कि बौद्विक संपदा अधिकारों का संरक्षण स्टार्ट अप इंडिया, मेक इन इंडिया और डिजाइन इन इंडिया की सफलता के लिए बेेहद आवश्यक है। देश में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत आईपीआर व्यवस्था के निर्माण की जरूरत है। एमपीसीएसटी भोपाल के सीनियर प्रिसिंपल डाॅ एनके चौबे ने कहा कि हमारे पारंपरिक ज्ञान को संजोकर रखने की लिए हमें बौद्विक संपदा अधिकारों को जानने और समझने की जरूरत है। उन्होनें कहा कि वर्तमान में देश में काॅपीराइट, ट्रेडमार्क, पेटेंट, भौगोलिक संकेत यानि जीआई, पौधों की किस्मों, औद्योगिक डिजाइन और सेमीकंडक्टर एकीकृत सर्किट लेआउट डिजाइन जैसी सात प्रकार के बौद्विक संपदा हैं।

पूर्व विधायक और महाकोशल शहीद स्मारक ट्रस्ट के ट्रस्टी नित्यनिरंजन खंपरिया ने कहा कि हमारे आदि धर्म ग्रंथों में बौद्विक संपदा का उल्लेख है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधीवादी विचारधारा पर चर्चा करते हुए उन्होनें कहा कि हमें विचारों को प्राथमिकता देनी चाहिए। हितकारिणी सभा के सचिव, उद्योगपति और समाजसेवी बाबू विश्वमोहन ने अपने उद्बोधन में कहा कि गांधी जी के विचारों की विश्वसनीयता आज भी पूरी दुनिया में कायम है। बौद्विक संपदा जनकल्याण के लिए उपयोगी होनी चाहिए। वास्तव में किसी देश और समाज की बौद्विक संपदा उनके समृद्व विचारधाराओं को संजोकर रखती है। इस अवसर पर पोस्टर, स्लोगन, रांगोली और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

इस दौरान पूर्व विधायक और महाकोशल शहीद स्मारक के ट्रस्टी नित्यनिरंजन खंपरिया, हितकारिणी सभा के सचिव, उद्योगपति और समाजसेवी बाबू विश्वमोहन, उच्च शिक्षा विभाग के एसओडी डाॅ पवन तिवारी, महाविद्यालय के शासी निकाय अध्यक्ष डाॅ केके हूंका, विद्या परिषद के अध्यक्ष जयेश राठौर, वरिष्ठ पत्रकार शीतल जैन, प्राचार्य डाॅ नीलेश पांडे, उप प्राचार्य डाॅ पूर्णिमा तिवारी, डाॅ अंशुल मिश्रा, डाॅ सुनंदा जैन ,डा.सुनीता श्रीवास्तव. डॉ सुनीता बजाज, डॉ अनूप तिवारी , डॉ अशोक दास गुप्ता अभिलाषा मिश्रा, प्रो आशीष मालपाणी, प्रो प्रीति दीवान, प्रो अग्रषिमा तिवारी, प्रो स्तुति पांडे, महाकोशल शहीद स्मारक ट्रस्ट के राजीव टहनगुनिया सहित स्टाफ, कर्मचारी और स्टुडेंट्स उपस्थित रहे।