मध्य प्रदेश के सबसे गरीब विधायक कमलेश्वर डोडियार

मध्य प्रदेश में जहाँ बसपा, सपा और आप जैसे दल अपना खाता नहीं खोल पायें वहीं एक नए दल भारत आदिवासी पार्टी (BAP) ने एक सीट जीतकर इतिहास रचा है. कमलेश्वर डोडियार जो मजदूर वर्ग से आते है ने चुनाव लड़ने के लिए भी जनता से ही चंदा और लोगों से कर्ज ले के अपना प्रचार किया था. उनके माता पिता ने मजदूरी कर के उनको पाला पोसा और आज भी वे एक छोटे से मकान में ही रहते है.

कमलेश्वर कांग्रेस के मौजूदा विधायक हर्ष विजय गेहलोत को 4 हजार 618 वोटों से हराकर आज विधायक है, पर यहाँ तक पूछने की उनकी राह बहुत आसान नहीं थी, एक मजदूर परिवार में पैदा हुए, खुद भी मजदूरी की, एक होटल में काम भी किया और इसके पहले भी दो बार चुनाव लड़ चुके है. २०१८ के चुनाव में उन्हें १८८०० वोट प्राप्त हुए थे. आज वे कांग्रेस और भाजपा को छोड़ के इकलौते विधायक है जो किसी अन्य पार्टी से है.
400 किमी बाइक चलाकर भोपाल पहुंचे

भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक कमलेश्वर डोडियार विधानसभा की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए 400 किलोमीटर बाइक चलाकर गुरुवार को विधानसभा पहुंचे। रतलाम जिले की आदिवासी बाहुल्य सैलाना सीट से जीते कमलेश्वर डोडियार ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से प्रभावित होकर विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की। उनकी इच्छा है कि शिवराज सिंह चौहान फिर से मुख्यमंत्री बनें और उन्हें भी मंत्री बनाया जाये और इस हेतु वे मुख्यमंत्री महोदय से मिले भी है.

कमलेश्वर डोडियार ने आज इतहास रचा है, हो सकता है उन्हें भाजपा नहीं स्वीकारें क्योंकि उसके पास पहले से  १६३ विधायक है और उनकी मंत्सरी बनने की इच्बछा अभी पूरी नहीं हो. अब सब की नजरें उनके काम पर रहेंगी, देखते है  वे कैसे विधायक सिद्ध होते है और क्षेत्र की जनता कितनी खुश रहती है.