13 दिसंबर, 2023 को दिल्ली में संसद भवन में एक बड़ी सुरक्षा चूक हुई। दर्शक दीर्घा से दो युवक अचानक कूद गए और लोकसभा में घुस गए। दो युवक, एक का नाम सागर बताया जा रहा है, दर्शक दीर्घा से अचानक कूद गया, लोकसभा में सांसदों तक पहुंच गया और स्पीकर की ओर बेंच पर चढ़कर दौड़ने लगे। इसके चलते सदन में अफरातफरी मच गई, हालांकि, समय रहते सुरक्षाकर्मियों ने दोनों आरोपियों और उनके साथियों को दबोच लिया। इस दौरान युवकों ने स्प्रे का इस्तेमाल किया और नारेबाजी की। घटना के बाद लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
पुलिस ने बताया कि अमोल, नीलम, सागर शर्सामा और मनोरंजन नाम के चार लोगो को गिरफ्तार किया गया है, वे संसद में घुस कर सरकार की विभिन्न नीतियों पर अपना विरोध दर्ज करवाना चाहते थे। संसद के अन्दर वे ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगा रहे थे। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे सरकार की बड़ी चुक बताया है। उनको पकड़ने के बाद सांसदों ने भी उनकी पिटाई की जिसकी कई लोगो ने निंदा की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमे से दो लोगो को संसद में आने का पास भाजपा के सांसद प्रताप सिन्हा के कार्यालय से दिए गए थे।
घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। समिति को घटना के कारणों की जांच करनी है और सिफारिशें देनी हैं। घटना से देश में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। यह घटना 2001 में हुए संसद भवन पर हमले की 22वीं बरसी पर हुई है। उस हमले में 9 लोग मारे गए थे। घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुरक्षा चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी, उन्होंने कहा कि दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
घटना के बाद, भारत सरकार ने संसद की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने का फैसला किया है। सरकार ने संसद परिसर में आने वाले सभी लोगों की जांच की कड़ी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, संसद भवन में सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।

संपादक: नवनीत माहेश्वरी
उप संपादक: विभव माहेश्वरी
नर्मदा वेलफेयर सोसाइटी द्वारा नर्मदा रश्मि के नाम से अखबार का संचालन १९८८ में पाक्षिक के रूप में किया गया था तथा आज इसे साप्ताहिक के रूप में निकाला जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य जनता के बीच सही, निष्पक्ष खबर पहुंचाना है जिसमें मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्र समस्या और कृषि, धर्म, संस्कृति, पर्यावरण तथा वन्य जीवों से सम्बंधित खबर को सामने लाना और जागरूकता लाना है. आज ४० वर्षों के पश्चात हम अपने उद्देश्य पर खरे उतरे है और नर्मदांचल मुख्यतः जबलपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की खबरों को प्रमुखता से छापते है. हमने अपने प्रकाशन को राजनीति से हमेशा परे रखा, क्षेत्र के विकास, जनता की समस्याओं पर पूरा ध्यान दिया है और जनता की आवाज बन के हमने हमेशा कार्य किया है. आज पूरे नर्मदांचल और ग्रामीण क्षेत्र में हमारे अखबार को पूरे इज्जत से देखा जाता है और ग्रामीण जन अपनी समस्याओं को ले के कई बार सीधे हमारे कार्यालय आ जाते है क्योंकि उन्हें विश्वास है हमारे द्वारा समस्या उठाने पर उसका तुरंत निराकरण हो जाता है.