उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव बने मध्य प्रदेश के नए मुखिया

उज्जैन दक्षिण से विधायक बने मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. सोमवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में इस बात का फैसला लिया गया. मुख्य मंत्री कौन बनेगा इस पर कौतूहल था जो ७ दिन बाद ख़त्म हो गया. हमेशा की तरह भाजपा ने फिर एक चौंकाने वाला निर्णय लिया है. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों के बाद अब सूबे के मुखिया के नाम का ऐलान हो चुका है.

आज विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया जिसमें भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को मध्य प्रदेश का पर्यवेक्षक बनाया के भेजा था. मोहन यादव पिछली सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे और किसी ने भी उनके लिए किसी प्रकार का दावा भी नहीं किया था.  नरेन्द्र सिंह तोमर को विधानसभा अध्यक्ष और  इसके अलावा दो उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा का नाम भी घोषित हुआ है.

मोहन यादव उज्जैन, मध्य प्रदेश के एक प्रमुख और जाने माने व्यक्ति हैं, वह एक राजनेता, वकील, व्यवसायी और पूर्व पहलवान हैं और शिवराज सिंह जी की सरकार में उच्च शिक्षा विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य है तथा 2018 और 2023 में उज्जैन दक्षिणी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए। इससे पहले छात्र संघ के महासचिव, एबीवीपी शहर अध्यक्ष और मध्य प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष जैसे पदों पर रहे। बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री (एलएलबी) रखते हैं। राजनीति में पूर्णकालिक प्रवेश से पहले उज्जैन में वकालत करते थे। मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और डॉक्टरेट की भी डिग्री रखते हैं।

वे उज्जैन में विभिन्न व्यवसायों के मालिक हैं, जिनमें एक लॉ फर्म और एक निर्माण कंपनी शामिल है। वे पूर्व पहलवान और मध्य प्रदेश में कुश्ती के एक सक्रिय समर्थक है तथा वर्तमान में मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। उज्जैन में विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में शामिल हैं और क्षेत्र में शिक्षा और खेल विकास का सक्रिय समर्थन करते है। वे विवाहित है और उनके दो बेटे तथा एक बेटी  है। मोहन यादव उज्जैन में एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उन्हें शहर के विकास और कल्याण में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।