प्रेम शांति एवं सौहार्दपूर्ण जीवन सद्गुरु शरण में ही संभव-स्वामी कमलेश्वरानंद

प्रेम शांति एवं सौहार्दपूर्ण जीवन सद्गुरु शरण में ही संभव

बीरबल न्यूज सीधी। ध्यान योग जन जागृति सेवा संस्थान द्वारा अमृत महोत्सव गुरु जन्मोत्सव सत्संग साधना शिविर पूज्य श्री गुरुदेव के सानिध्य में, पूज्य श्री अपने स्वरूप दर्शन और अपने अनमोल वाणी से सासाराम वासियों को लाभान्वित करते हुए, श्रेष्ठ स्वभाव से पूर्ण, प्रेममय समाज का निर्माण इनके जीवन का मुख्य ध्येय..अनंत की यात्रा पर निकल चुके स्वामी जी जीवन को संपूर्ण करने की कला परमात्मा को पूर्णता के साथ एहसास करा देने की कला का विकास और उदभव हेतु पूर्णतः प्रयासरत हैं मनुष्यता प्रेम में है मनुष्य का उद्भव ही प्रेम से है पूरी प्रकृति प्रेम में है और प्रेम में ही प्रतिष्ठित होने के बाद ही मनुष्य के जीवन को सुख और शांति की अनुभूति है अनुभव जीवन का अत्यधिक कड़वा होता जा रहा है प्रेम नहीं भाव नहीं आपसी वैमनस्यता संस्कार हीनता कहने को हम आधुनिक पर मनुष्यता समाप्ति की ओर सृजन नहीं सृजन की इच्छा नहीं..बस कोलाहल ही कोलाहल जीवन के झूठ फरेब से संचालित ऐसे युग में ऐसे भाव भूमि पर आरूढ़ मनुष्यों का कोई रक्षक है तो वह है सिर्फ सद्गुरु सिर्फ प्रभु प्रेम शांति और सौहार्द पूर्ण जीवन सतगुरु चरण में ही निहित है मैं भी स्वयं को सतगुरु चरण में ही और संतुष्ट पाता हूं आओ तुम भी मेरे चरण शरण में समाहित हो मेरे साथ ही 1 वर्षों उस एक की ओर जिससे जिसमें मिलने के बाद तुम्हें कोई दुख ना होगा कोई पीड़ा ना होगी कोई समस्या नहीं कोई रोना नहीं होगा तो बस आनंद होगा बस प्रेम सद्गुरु संग मैं एक बार फिर तुम सब का आवाहन कर रहा हूं अपने परम पिता के साथ मेरी ओर बढ़ चलो मैं तुम्हारे जीवन का उद्धार अवश्य करूंगा-पूज्य श्री गुरुदेव स्वामी कमलेश्वरानंद जी।
निषाद  के भजनों से पंडाल गूंज उठा साधक शिष्य आगंतुक सभी हर्षित नजर आए और ब्रह्मप्रिया गुरु मां नम्रता कमलिनी द्वारा भी जीवंत प्रवचन सुनने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ कार्यक्रम अभी 2 दिन शेष है आप सभी नगर वासियों से निवेदन है कि आप सभी इस सौभाग्य पूर्ण क्षण का अवश्य लाभ उठाएं और आगामी 2 दिन के कार्यक्रम में दोपहर 2:00 बजे पधार कर जीवन दर्शन हेतु पूज्य श्री गुरुदेव से आशीर्वाद अवश्य ही प्राप्त करें उपर्युक्त कार्यक्रम में ध्यान योग बिहार मंडल के प्रमुख अध्यक्ष उमेश पांडे  श्रीमती उमा पांडे जी संयोजक  सुनील कुमार सिंह  श्रीमती मंजू सिंह   रमेश इंदु पांडे वीर बहादुर विनीता सिंह भगवान चौबे रवि चौबे योगेंद्र सिंह सर्वजीत सिंह एवं सभी प्रमुख आयोजक एवं शिष्य भारी मात्रा में उपस्थित हुए।