सीमेंट प्लांट में कार्यरत श्रमिकों को समान कार्य प्रकृति का समान वेतन लागू किया जाय : बीएमएस
बीरबल न्यूज सीधी बघवार। सी
मेंट प्लांट तथा माइंस क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों को भारत सरकार के प्रासंगिकता से परिलक्षित औद्योगिक केन्द्रीय वेतन भत्ता के मानकों के अनुसार समान कार्य प्रकृति का समान वेतन भत्ता लागू किये जाने की मांग का शंखनाद भारतीय मजदूर संघ द्वारा किया गया है। उक्त के क्रम में अल्ट्राटेक सीधी सीमेंट प्लांट में कार्यान्वित बीएमएस से सम्बद्ध अल्ट्राटेक सीमेंट कर्मचारी एवं खदान श्रमिक संघ मझिगवां जिला सीधी के महामंत्री, द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि संघ के राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा जारी मार्गदर्शन एवं दिशा-निर्देश अनुसार संघीय प्रतिनिधि मंडल द्वारा बीते 25, जुलाई को प्लांट के इकाई प्रमुख के नाम पर अन्य सभी श्रमिक हित मूलक बिन्दुओं के साथ समान कार्य का समान वेतन लागू किए जाने का ज्ञापन पत्र प्रेषित किया गया था। जिसके दो सप्ताह बीत जाने के बाद किसी भी तरह की पहल न होने की स्थिति में संघ द्वारा राष्ट्रीय नेतृत्व के परिपालन में पुनः आठ अगस्त को स्मरण पत्र के रूप में ज्ञापन पत्र संघीय प्रतिनिधि मंडल के साथ सीमेंट प्लांट प्रबंधन को प्रेषित करते हुए , मुख्य सचिव श्रम मंत्रालय तथा मुख्य केन्द्रीय श्रम आयुक्त भारत सरकार,व सीमेंट निर्माता संघ तथा अखिल भारतीय सीमेंट मजदूर महासंघ न्यू दिल्ली को जरिए स्पीड पोस्ट प्रेषित किया गया है। ज्ञापन पत्र में सीमेंट प्लांट में कार्यरत समान कार्य प्रकृति की श्रेणी के सभी श्रमिको को केन्द्रीय वेतन भत्ता दिये जाने संबंधी माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णय का सम्मान करते हुए सीमेंट वेज बोर्ड के मानकों की श्रेणी का वेतन भत्ता दिए जाने का उल्लेख किया गया है। महामंत्री द्वारा बताया गया है कि अल्ट्राटेक सीधी सीमेंट प्लांट में सीमेंट वेज बोर्ड की श्रेणी से पृथक नब्बे प्रतिशत श्रमिक वर्षों पूर्व से विभिन्न प्रकार की संविदा श्रेणियों में कार्यरत हैं,जो सीमेंट प्लांट,पावर प्लांट, पैकिंग प्लांट, माइंस, माइंस मेंटीनेंस आदि कार्य स्थलों पर जोखिम भरा तकनीकी कार्य करते है ,तथा प्रदेश एवं जिला प्रशासन द्वारा अधिसूचित न्यूनतम वेतन प्राप्त कर केन्द्रीय वेतन भत्ता मानकों से पृथक है। ज्ञापन पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि कार्य के प्रकृति की समानता के अनुरूप केन्द्रीय सीमेंट वेज का वेतन भत्ता श्रमिकों को मिलना चाहिए,जो हकदार भी है। जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पारित निर्णय के परिपालन में भारत सरकार श्रमिकों के हितार्थ आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करें, अन्यथा भारतीय मजदूर संघ राष्ट्र, व्यापी आंदोलन के लिए विवश रहेगा। ज्ञापन पत्र में अल्ट्राटेक सीधी सीमेंट प्लांट में कार्यरत श्रमिकों के हित मूलक विंदुओं के संबंध में पूर्व से लंबित प्रमोशन, बोनस, मेडिकल, प्रदूषण भत्ता दिए जाने मैप अनमैप की श्रेणी समाप्त करने, अस्पताल मेस फायर विभाग में कार्यरत सत्रह की संख्या में जीडीएक्स नामित कंपनी से पृथक कर स्थायी करने,सी एच एवं सप्लाई श्रमिकों के स्थायीकरण हेतु पांच वर्षीय समयावधि की नीति बनाकर लागू करने ,आदि के सहित अन्य सभी बुनियादी एवं मूलभूत मांगों के संबंध में सकारात्मक पहल किए जाने का उल्लेख किया गया है। तथा कहा गया है कि भारतीय मजदूर संघ राष्ट्र के आर्थिक विकास एवं औद्योगिक उत्पादन की बढ़ोत्तरी में सदैव अग्रणी रहते हुए वर्तमान स्थिति में करोड़ों श्रमिकों का संगठन है।जो श्रमिक विरोधी नीतियों को बर्दाश्त नहीं कर सकता?समय रहते देश हित, उद्योग हित तथा श्रमिक हित को सर्वोपरि मानते हुए भारत सरकार तथा सीमेंट निर्माता संघ द्वारा सकारात्मक पहल कर समान कार्य के अनुरूप समान वेतन भत्ता लागू किया जाना सुनिश्चित किया जावेगा,ऐसी जनापेक्षा व्यक्त की गई है।

संपादक: नवनीत माहेश्वरी
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