संस्था विमला यूथ पावर ग्रीन डेवलपमेंट आर्गेनाईजेशन समिति द्वारा बताया गया कि होली का त्योहार खुशियों और आनंद का है। इसे मनाएं, लेकिन साथ ही पानी की बचत करने का भी प्रयास करें! होली का त्योहार खुशियों और आनंद का है। इसे मनाएं, लेकिन साथ ही पानी की बचत करने का भी प्रयास करें। कोशिश करें कि होली के दौरान पानी की बर्बादी न करें। इसके साथ ही होली में केमिकल वाले रंगों का प्रयोग भी न करें। यह स्वास्थ्य के लिए लकाफी हानिकारक है। केमिकल वाले रंगों की वजह से त्वचा संबंधी रोग भी हो जाते हैं। इसलिए होली में पानी की बर्बादी न करें और प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें।होली पर जितने पानी की बर्बादी कर दी जाती है उतने पानी से सतना एवं अपने अन्य क्षेत्रों में कई दिन तक आम लोगों की जरूरत पूरी की जा सकती है। इस बार लोग यह संकल्प लें कि वे पानी की बर्बादी नहीं करेंगे और अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। प्राकृतिक रंगों का प्रयोगऔर पानी की बर्बादी रोककर इस होली को ईको फ्रेंडली तरीके से मनाने का संकल्प लेना चाहिए ।
होली के अवसर पर भांग पीकर तेज वाहन न चलाएं।

संपादक: नवनीत माहेश्वरी
उप संपादक: विभव माहेश्वरी
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