110 दिनों के बाद शुक्रवार को करीब 40 हजार नए मामले सामने आए। सबसे गंभीर स्थिति महाराष्ट्र की होती जा रही है और राज्य के एक बार फिर लॉकडाउन की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसके संकेत भी दे दिए हैं।
महाराष्ट्र: देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का खतरा बढ़ता जा रहा है। 110 दिनों के बाद शुक्रवार को करीब 40 हजार नए मामले सामने आए। सबसे गंभीर स्थिति महाराष्ट्र की होती जा रही है और राज्य के एक बार फिर लॉकडाउन की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसके संकेत भी दे दिए हैं। हालात को काबू में करने के लिए राज्य सरकार ने कई पाबंदियां लगानी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों को ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ यानी संभावित मरीजों की जांच, उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान और उनके बेहतर इलाज की रणनीति को अपनाने की सलाह दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़े कोरोना की दूसरी लहर के स्पष्ट संकेत दे रहे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान 39,726 नए मामले पाए गए हैं। इससे पहले पिछले साल 29 नवंबर को इससे अधिक 41,810 नए केस मिले थे। इस दौरान 154 और लोगों की मौत भी हुई है। इसके साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ 15 लाख 14 हजार को पार कर गया है। इनमें से एक करोड़ 10 लाख 83 हजार से अधिक मरीज पूरी तरह से संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं और 1,59,370 लोगों की जान जा चुकी है।
मंत्रालय के मुताबिक सक्रिय मामलों में लगातार नौ दिनों से वृद्धि हो रही है। वर्तमान में कुल सक्रिय माले 2,71,282 हैं, जो कुल मामलों का 2.36 फीसद है। बीते 24 घंटों में ही 18,918 सक्रिय मामले बढ़े हैं। नए मामलों के बढ़ने से मरीजों के उबरने की दर में गिरावट आ रही है और यह 96.26 फीसद पर आ गई है, जबकि मृत्युदर 1.38 फीसद पर है।
केंद्र सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों को मरीजों की पहचान, 72 घंटों के भीतर उनके संपर्क में आए कम से कम 20 लोगों की पहचान और उनके बेहतर इलाज पर खास ध्यान देने की सलाह दी है।

संपादक: नवनीत माहेश्वरी
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