UP Police Bharti Exam Cancel: जानें दोबारा कब होगा एग्जाम, पढ़ें नया अपडेट

पेपर लीक के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

पेपर लीक होने के बाद यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर दी गई है। अब पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। यूपी की योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।

हाल में आयोजित हुए यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को पेपर लीक होने की खबरों के बाद रद्द कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी के अनुसार, छह माह के अंदर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले एसटीएफ की रडार पर हैं।

अब तक कई बड़ी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया साइट पर कहा कि आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी छह माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं।

‘परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं’
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते 17 और 18 फरवरी को आयोजित पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा-2023 को रद्द करते हुए अगले छह माह के अंदर पूरी शुचिता के साथ दोबारा परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। उक्त परीक्षा के संबंध में जारी एसटीएफ की जांच और अब तक की कार्रवाई की समीक्षा करते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया है। जारी आदेश के मुताबिक, 17 और 18 फरवरी 2024 को सम्पन्न हुई पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में प्राप्त तथ्यों एवं सूचनाओं के परीक्षण के आधार पर शासन द्वारा परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है।

शासन ने भर्ती बोर्ड को यह निर्देश दिए है कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। शासन ने प्रकरण की जांच एसटीएफ से कराए जाने का फैसला लिया है, दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों अथवा संस्थाओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।

शासन ने छह महीने के अंदर पूर्ण शुचिता के साथ फिर से परीक्षा आयोजित करने और उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवा से अभ्यर्थियों को निशुल्क सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।

मंत्री बोले- दोषियों को बख्शेंगे नहीं 
शनिवार को शहर पहुंचे बरेली के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने सेंधमारी की है, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निष्पक्ष और पारदर्शिता से जांच कराई जा रही है। कई आरोपियों को जेल भेजने का काम किया गया है। चाहे कोई भी व्यक्ति हो, सिपाही भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वालों पर किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।